Priyanka Chopra Birth Chart: हॉलीवुड और बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की जन्म कुंडली (Priyanka Chopra Janm Kundali) के ग्रहों से उनके पति निक जोन्स (Nick Jones) की किस्मत में चार चाँद लगने वाले है, पंडित दयानंद शास्त्री जी के अनुसार दोनों के प्रबल भाग्योदय के योग है।
प्रियंका चोपड़ा का जन्म 18 जुलाई 1982 को जमशेदपुर, बिहार में हुआ था।
नाम – प्रियंका चोपड़ा
जन्म दिनांक – 18 जुलाई 1982,
दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर
जन्म स्थान – जमशेदपुर, झारखंड, भारत,
इनके पिता का नाम अशोक चोपड़ा और माता का नाम मधु चोपडा है । प्रियंका के माता – पिता आर्मी में डॉक्टर के पद पर कार्य कर चुके हैं। प्रियंका चोपड़ा के एक छोटा भाई है जिसका नाम सिद्धार्थ चोपड़ा है । प्रियंका की कजिन बहनें परणीती चोपड़ा , मीरा चोपड़ा और मन्नारा चोपड़ा भी बॉलीवुड में प्रसीद अभिनेत्री है । प्रियंका के माता पिता का ट्रांसफर होता रहता था इस कारण प्रियंका लगभग भारत के हर हिस्से में रह चुकी है।
प्रियंका चोपड़ा का जन्म 18 जुलाई 1982 को 12 बजकर 30 मिनट पर झारखण्ड के जमशेदपुर में मेष लग्र, वृषभ राशि में हुआ ।
अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा का जन्म 1982 मे जमशेदपुर मे चंद्रमा की महादशा मे हुआ l प्रियंका चोपड़ा के पिताजी आर्मी के डॉक्टर और माता जी भी इसी पेशे मे थी l प्रियंका चोपड़ा जी की कुंडली मे उच्च भाव और उच्च राशि मे बैठे चंद्रमा ने उनको रुपये पैसे की तरफ से किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं दी l बुध की राशि मे बैठे मंगल ने इनको मेहनत और पराक्रम तो पूरा दिया पर गुस्से की अधिकता भी काफी दे दी l
ज्योतिष में लग्न कुंडली का बड़ा महत्व है। व्यक्ति के जन्म के समय आकाश में जो राशि उदित होती है, उसे ही उसके लग्न की संज्ञा दी जाती है। कुंडली के प्रथम भाव को लग्न कहते हैं।
मेष राशि का स्वामी मंगल है, इसलिए इस लग्न के जातक में मुख्यत मंगल के प्रभाव या ऊर्जा को देखा जा सकता है! इन लोगों में साहस की कमी नहीं होती है और स्वतन्त्र रूप से कार्य करने में ये ज्यादा सहज महसूस करते हैं! ये हमेशा आगे बढ़ने के लिए तत्पर रहते हैं और इसलिए कई बार परेशानियों में भी उलझ जाते हैं! इनमे स्वाभिमान, साहस की कोई कमी नहीं होती पर कभी कभी ये अभिमानी भी हो जाते हैं! यदा कदा उग्र, ज़िद्दीपन स्वभाव नजर आता हैं, पर इनमे उदारता और दूसरों की मदद करने की भी लालसा रहती है ! ये मेढ़े की तरह सीधा चलना पसंद करते हैं । चर राशि होने से हमेशा चलायमान रहते हैं । अग्नि तत्त्व व् क्षत्रिय वर्ण होने से इन जातकों में ऊर्जा की अधिकता होती है । अतः इनके कार्यों में जल्दबाजी, बिना विचार किये, कोई योजना बनाये सीधा क्रियान्वयन मेंलग जाना सहज ही देखने को मिल जाता है । इस वजह से इन्हें नुक्सानदायक परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं । इनकी एक बात बहुत ख़ास है की ये अन्य किसी भी राशि की तुलना में बहुत अच्छे मित्र साबित होते हैं । मुसीबत में मित्रों का साथ कभी नहीं छोड़ते वरन मित्रों से पहले ही प्रतिक्रिया भी दे देते हैं ।
प्रत्येक लग्न के लिए कुछ ग्रह शुभ होते हैं, कुछ अशुभ। आज हम मेष लग्न की चर्चा करेंगे। यदि लग्न भाव में 1 अंक लिखा है तो व्यक्ति का लग्न मेष होगा।
शुभ ग्रह : लग्न का स्वामी शुभ होता है। अत: मंगल शुभ माना जाएगा। हालाँकि अष्टमेश है मगर दोष होने से शुभ है। इसी तरह बृहस्पति भी नवम भाव (त्रिकोण) का स्वामी होने से अति शुभ है। हालाँकि यह 12वें भाव का स्वामी भी है मगर वह नवम का ही फलित देगा। ये तीनों ग्रह मेष लग्न के लिए कारक ग्रह कहलाएँगे और अपनी दशा-महादशा में जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएँगे। यदि कुंडली में ये ग्रह निर्बल हों तो पूजा, मंत्र जाप, रत्न, जड़ी अादि द्वारा इन्हें बलवान करना आवश्यक है।
अशुभ ग्रह : मेष लग्न के लिए बुध बेहद अशुभ है क्योंकि तीसरे और छठे भाव का स्वामी है। शु्क्र भी दशा में मारकेश बनता है क्योंकि द्वितीय और सप्तम का स्वामी है (पापी भाव)। शनि दशमेश होकर शुभ मगर आयेश होकर फिर पापी हो जाता है। ये तीनों ग्रह मेष लग्न के लिए अकारक हैं और अपनी दशा-महादशा में हानि पहुँचाते हैं। कुंडली में इनका निर्बल होना ही अच्छा है। इनकी शुभ भावों में स्थिति भाव के फलों का नाश करती है। इन ग्रहों के रत्न नहीं पहने जाते, इन्हें मंत्र, दान और पूजा-पाठ से शांत रखा जाता है।
तटस्थ ग्रह : चंद्रमा चतुर्थ का स्वामी होकर मेष लग्न के लिए तटस्थ हो जाता है। यह हानि-लाभ में विशेष योगदान नहीं देता।
मेष लग्न वालों के लिए मूँगा, माणिक व पुखराज शुभ है। मंगलवार, रविवार व बृहस्पतिवार शुभ दिन हैं। सफेद, पीला और लाल रंग शुभ हैं।
मेष लग्न के जातकों को हनुमान जी की आराधना लाभ देगी।
अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की जन्म कुंडली 1985 से 1992 तक मंगल की महादशा रही क्योंकि मंगल छठे भाव मे शनि के साथ अच्छी चुस्ती फुर्ती और कड़ी मेहनत के योग बना रहे है l केतू का जन्म कुंडली मे उच्च स्थान मे होने के कारण उनको स्थान परिवर्तन के योग बनते रहे लेकिन उच्च केतु पॉज़िटिव सोच देता है इस पर इसका इनके जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा l
प्रियंका जी की जन्म कुंडली मे बुध शुक्र के मेल ने उनको कला के क्षेत्र मे काफी रुझान दिया और साथ मे बुध राहू के योग ने इनको तीव्र बुद्धि प्रदान की जिससे इन्होने कई भाषाओ का और कई देशो मे आना-जाना किया l
1992 – 2010 प्रियंका जी की जन्म कुंडली मे राहू का समय चला इस दशा ने ही प्रियंका जी के जीवन को एक मिल का पठार साबित हुआ l उच्च घर मे बैठे राहू और साथ मे कर्म स्थान मे बैठे शुक्र ने इनको सौन्दर्य के क्षेत्र मे अपार सफलता के योग बनाये l जैसे ही राहू मे बुध और शुक्र का समय आया प्रियंका जी को फिल्म जगत मे सफलता के योग बने लेकिन छठे भाव मे बैठे मंगल ने उनको जरूरत से ज्यादा मेहनत के योग बनाये l लेकिन सोर्स ऑफ इंकम के भाव मे बैठे गुरु ने उनको भाग्य को हमेशा सपोर्ट किया और साथ मे परिवार का भी अच्छा सपोर्ट मिला l प्रियंका जी की जन्म कुंडली शुक्र और राहू लव अफेयर के भी योग बनाता है साथ मे मान-सम्मान मे भी खराबी के भी योग बनाता है l प्रियंका जी जो इस समय मे विदेश मे भी काफी मान-सम्मान का सुख प्राप्त हुआ है l
प्रियंका जी की जन्म कुंडली मे गुरु का समय 2010 से प्रारम्भ हुआ क्योंकि गुरु की महादशा 16 साल तक रही गुरु मे गुरु के समय मे ही गुरु, पिता और बड़े बुजुर्गों का सुख प्रदान करता है l अशुभ स्थिति मे होने कारण पिता के सुख इसी समय मे खराब हो गए जिससे मानसिक तनाव के योग बने l प्रियंका जी की जन्म कुंडली मे गुरु के समय मे केतू का समय आया तो उनको देश-विदेश मे सोर्स आफ इनकम के योग बने और केतु प्रियंका जी की जन्म कुंडली मे उच्च भाव मे विराजमान है तो इसमे उनको एक अच्छा नेम फेम प्रदान कराया और कई तरह के पुरुसकारों से भी उनको नवाजा गया l वर्तमान के समय मे गुरु की महादशा मे शुक्र का समय आया l जो जुलाई 2018 से 2021 तक चलेगा, यह समय शादी और कामकाज की तरफ से काफी सफल रहने वाला है l
ज्योतिषीय गणना द्वारा इनका जन्म रोहिणी नक्षत्र के तीसरे चरण के मेष लग्न व वृष राशि में हुआ है। लग्न स्वामी मंगल और राशि स्वामी शुक्र बनता है जो इन्हें ऊर्जा शक्ति से भरपूर, और पुरे विश्व में अपना नाम प्रसिद्ध किया व बहुमुखी प्रतिभा की धनी बनी। वर्त्तमान समय के अनुसार देखा जाय तो नृत्य से लेकर संगीत तक में अपनी छाप छोड़ चुकी हैं। वर्तमान में इन पर बृहस्पति की महादशा चल रही है जो कि इनकी कुंडली के अनुसार भाग्य के स्वामी भी हैं। वहीं इनकी अंतरदशा में बुध चल रहे हैं तो प्रत्यंतर में शनि गोचर कर रहे हैं। दशाओं के अनुसार वर्तमान समय में चल रहे दशाओं का फल इनके मांगलिक कार्य का योग बनाता है जो इनके सही समय पर हो रहे मांगलिक कार्य को एक अच्छे जीवनम साथी का संकेत करता है और एक सुखी जीवन यापन करने में सफल करेगा। और भविष्य में फ़िल्मफेयर में सर्वोच्च स्थान पर बनने के योग बने हुए हैं जो इनको सदैव भारत के इतिहास में शामिल रहेगा।
मेष लग्न में जन्म लेने वाले व्यक्ति निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास करते रहते हैं। इन लोगों को एक जगह रूकना कभी पसंद ही नहीं आता है। इनके बड़े लक्ष्य रहते हैं। जल्दी क्रोधित हो जाना इनका स्वभाव होता हैं। प्रियंका चोपड़ा भी इन्हीं गुणों से संबंध रखती हैं।
पण्डित दयानन्द शास्त्री जी के अनुसार, प्रियंका चोपड़ा की कुंडली के अन्दर मेष लग्न में बृहस्पति भाग्य का कारक है, इस कारण से इनका भाग्य निरंतर इनका साथ दे रहा है और पैसे एवं मान-सम्मान में वृद्धि हो रही है।
इनकी कुंडली के अनुसार भाग्येश बृहस्पति के साथ बुध का संबंध पंचम नवम का हो रहा है जो कि बहुत ही सौभाग्यशाली है।
जब किसी की कुंडली में गुरू सप्तम भाव में बैठकर लग्न को पूर्ण दृष्टि से देख रहा होता है, तो गुरु की दृष्टि में अमृत होता है और गुरु की नवम दृष्टि शुक्र के साथ तृतीय भाव में बहुत ही सुंदर, स्मार्ट और खूबसूरत जीवन साथी देता है । प्रियंका चोपड़ा के सप्तम भाव में भाग्येश गुरु स्थिति है । प्रियंका का भाग्य शुक्र की पूर्ण दृष्टि नवम भाव यानी भाग्य भाव में जा रही है तात्पर्य यह है कि विवाह के बाद इनका और इनके जीवन साथी दोनों का प्रबल भाग्योदय होगा ।
सूर्य के चतुर्थ स्थान पर विराजमान होने के कारण, प्रियंका चोपड़ा नई ऊर्जा शक्ति को प्राप्त कर रही हैं। इनका आत्मबल और आत्मविश्वास में निरंतर वृद्धि हो रही है। पंडित दयानन्द शास्त्री जी की सलाह अनुसार इनको अपने व्यस्त समय में से समय निकालकर, स्वास्थ्य और अपने निजी जीवन का ध्यान जरूर रखें।