गुरुदेव रामलाल जी सियाग (Gurudev Ramlal ji Siyag) का ये ऐतिहासिक शक्तिपात दीक्षा (Shaktipat Initiation) का कार्यक्रम 30 July 2009 को जोधपुर में आयोजित हुवा था. इसमें हजारो लोगो ने सामूहिक रूप से दीक्षा लेकर ध्यान (Meditation) किया था.
इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण zee Jagaran और Sadhna TV पर Live हुवा था. 30 July 2009 से पहले गुरुदेव रामलाल जी सियाग (Gurudev Ramlal ji Siyag) व्यक्तिगत रूप से जो सम्मुख होता था उसी को संजीवनी मंत्र की शक्तिपात दीक्षा (Personal Shaktipat Initiation) देते थे. उन्होंने मंत्र को सार्वजनिक नहीं किया था और साधकों को भी मंत्र बताने की मनाही थी.
30 July 2009 को गुरुदेव रामलाल जी सियाग (Gurudev Ramlal ji Siyag) ने राधा-कृष्ण के संजीवनी मंत्र (Sanjeevani Mantra of Radha-Krishna) को सार्वजनिक किया और साधकों को विडियो और ऑडियो के जरिये लोगो तक सिद्ध योग ध्यान व मंत्र का प्रचार करने का आदेश संसार हित में सार्वजनिक रूप से दिया.
जानिए क्या है गुरुदेव रामलाल जी सियाग का सिद्ध योग / What is Gurudev Ramlal ji Siyag Siddha Yoga
गुरुदेव रामलाल जी सियाग (Gurudev Ramlal ji Siyag) सिद्ध योग (Siddha Yoga) की विधि से ध्यान (Meditation) करवाते थे और राधा-कृष्ण (Radha-Krihsna) का मंत्र जाप करने को कहते थे. गुरुदेव इसे संजीवनी मंत्र कहते थे इससे साधक की कुंडलिनी शक्ति जागृत (Awakening of Kundalini) हो जाती है.
राधा-कृष्ण का संजीवनी मंत्र (Sanjeevani Mantra of Radha-Krishna) गुरुदेव रामलाल जी सियाग की आवाज (Gurudev Ramlal ji Siyag’s Voice) में सुनने पर ही इफ़ेक्ट करता है.
गुरुदेव की फोटो को सामने रखकर आज्ञा चक्र (दोनों भौंहों के मध्य) पर 15 मिनट तक ध्यान लगाने की प्रार्थना करने और राधा-कृष्ण के संजीवनी मंत्र का मानसिक जाप (बिना होठ जीभ हिलाए मन से) करने पर साधक के शरीर में स्वत: यौगिक क्रियाएं जैसे प्राणायाम, आसन, बंध शुरू हो जाते है.
कुछ दिनों तक ध्यान करने के बाद साधक के त्रिविध ताप शांत होते है और समस्त रोगों और नशों से मुक्ति हो जाती है. एड्स, कैंसर, हेपेटाइटिस-बी, कोरोना, रेबीज जैसे रोगों से बचा जा सकता है.