Jaipur News: राजस्थान में युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव (Rajasthan Youth Congress President election) में मतगणना के बाद सुमित भगासरा (Sumit Bhagasara) विजयी घोषित हुए ।
अल्पसंख्यक मंत्री शाले मोहम्मद का भाई अमरदीन फकीर (Amardeen Fakeer) जो जैसलमेर पँचायत समिति का प्रधान रह चुका है उसकी बुरी तरह से हार हुई है।
शाले मोहम्मद का मंत्री पद का प्रभाव, पैसा और अशोक गहलोत और वैभव गहलोत की सिफारिशें धरी रह गयी।
सचिन पायलट और अशोक गहलोत की लड़ाई में सचिन पायलट गुट ने बाजी मार ली, वंही पुत्र मोह में अशोक गहलोत मुस्लिम वोटों के लिए शाले मोहम्मद के दबाव में आ चुके है।
हालांकि अगला लोकसभा या विधानसभा चुनाव अभी बहुत दूर है पर गहलोत को यही चिंता है कि कैसे वैभव को सचिन पायलट के सामने खड़ा रख सकें।

सुमित भगासरा को सर्वाधिक 46304 वोट मिले उन्हें राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थन हासिल था।
सुमित भगासरा के निकटतम प्रतिद्वंद्वी मुकेश भाकर रहे जिन्हें 23349 वोट मिले भाकर को इस पद के लिए ज्योति मिर्धा तथा उनके बहनोई दीपेंद्र हुड्डा जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र का सहारा था।
इस चुनाव में सबसे कम वोट प्राप्त करने वाले प्रत्याशी अमर दिन फकीर रहे जिन्हें मात्र 16720 वोट मिले।
वह कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद के भाई हैं तथा उन्हें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का समर्थन हासिल था।