Banswara News: बांसवाडा में भारी बारिश के चलते बांसवाडा के माही बाँध (Mahi Bajaj Sagar Dam) का जलस्तर रविवार सुबह तक 278.4 मीटर पहुँच चूका है, बांध का जलस्तर 281.30 मीटर पहुँचने पर बाँध के गेट खोल दिए जायेंगे।
आपको जानकारी देदें कि माही बजाज सागर राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा बाँध है इसकी कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है।
पिछले 48 घंटो के दौरान माही डैम के भराव क्षेत्र में 528 मि. मी. बारिश हो चुकी है। लगभग 17. 6 इंच पानी इस दौरान बरस चूका है। माही डैम में मध्यप्रदेश से भी पानी की आवक जारी है।
बांसवाडा में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश टापू बने कई गाँव
बीते 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश भूंगड़ा में रिकॉर्ड की गई, यहां पर 12 इंच से ज्यादा यानी 360 एमएम बारिश, घाटोल में लगभग 10 इंच से ज्यादा 304 एमएम, केसरपुरा में 267 और जगपुरा में 261 एमएम बारिश, सज्जनगढ़ में 200 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई।
मानसून की बारिश में पहली बार छलका हरोडेम
बांसवाड़ा के हरोडेम पर भी चादर चल रही है, हरोडेम पर इस मानसून में पहली बार करीब 6 फीट पानी की चादर चल रही है , शनिवार की मूसलाधार बारिश के बाद हरोडेम इस साल में पहली बार छलका है।
घाटोल उपखंड का यह सबसे बड़ा हरो डैम शनिवार को छलक गया। घाटोल के हरोडेम में पानी की भराव क्षमता कुल 464 एमसीएफटी है।
बांसवाड़ा जिले में आज भी बारिश
बांसवाड़ा में कई नदी-नाले उफान पर है, वंही बेणेश्वर धाम भी टापू बना हुवा है। वंही अनास नदी में डूबे 6 में से 4 लोगो की तलाश जारी है अब गुजरात के हिस्से में तलाश की जा रही है।
माही डैम के गेट खोलने की चेतावनी जारी

बांध खंड के अधिशाषी अभियंता द्वारा प्रशासन आमजन को सूचित किया गया है कि भारी बारिश के चलते माही डैम के गेट कभी भी खोले का सकते है. इसलिए निचले इलाकों में रह रहे लोग सुरक्षित स्थान पर चले जाए। माही नदी के सीमावर्ती क्षैत्र मे रहने वाले लोग सतर्क रहे। खास तौर से प्रतापगढ,पिपलखुट, बाँसवाडा, डूंगरपुर, गलियाकोट में बाँध के पानी से खतरा है।