Pakistan News: पाकिस्तान की आर्किटेक्ट यास्मिन लारी (Yasmeen Lari ) गरीबों के लिए पर्यावरण के अनुकूल घर (Eco friendly house) बनाती है जिसकी लागत मात्र 20 हजार रूपये होती है. खास बात है कि ये घर हर मौसम के अनुकूल होते है. उनकी आवास योजना (Awas Yojana ) काफी सराहना मिली है.
यास्मिन लारी ने BBC को बताया कि 2005 के भूकंप के बाद उनका नजरिया बदला और उन्होंने गरीबों के लिए काम करना शुरू किया. उन्होंने चूने और बांस का प्रयोग करके हजारों मकान गरीबों के लिए बनाये है.
इन घरों में महिलाओं के लिए रसोई, स्नानघर और शौचालय की व्यवस्था है. यास्मिन लारी का कहना है कुदरत के हिसाब से बने ये सस्ते घर गरीबो के लिए वरदान है.
आपको बता दें कि यस्मिन लारी पाकिस्तान की पहली महिला आर्किटेक्ट (Pakistan’s first female architect) है. 2005 में, जब रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता के भूकंप ने पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में 80,000 लोगों की जान ले ली और 400,000 परिवार विस्थापित हो गए, तो लारी का जीवन और काम हमेशा के लिए बदल गया.
2018 में लारी ने ईंधन-कुशल चूल्हा , या स्टोव के लिए अपने डिजाइन के साथ वर्ल्ड हैबिटैट अवार्ड (World Habitat award) जीता, जिसमें पाकिस्तानी महिलाओं के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाला कोई भी जहरीला धुआं नहीं था।
औपचारिक रूप से 2000 में सेवानिवृत्त होने और 2003 में विश्व धरोहर लाहौर किले के लिए यूनेस्को के राष्ट्रीय सलाहकार बनने के बाद, लारी ने अपने कुछ शुरुआती परियोजनाओं पर मिटटी से काम करने के अपने अनुभव का इस्तेमाल किया.
पुराने मलबे से कीचड़, चूना, पत्थर और लकड़ी का उपयोग करके मकान बनाये जो कि कम लागत, प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल थे, लारी ने बड़ी संख्या में ऐसे लोगों के साथ काम किया, जिन्होंने सब कुछ खो दिया था.
स्वयंसेवकों की एक टीम के साथ, उसने लोगों को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए स्वदेशी सामग्रियों का उपयोग करने के लिए सिखाया, जिससे पीड़ितों को सरकारी सहायता के आधार पर स्व-सहायता के आधार पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
1941 में पाकिस्तान के डेरा गाज़ी खान में जन्मीं लारी 15 साल की उम्र में लंदन जाने के लिए रवाना हुईं. शुरू में पारिवारिक छुट्टी मनाने के बाद, उन्होंने इंग्लैंड में रहकर अपनी शिक्षा जारी रखी.
भारतीय सिविल सेवा (Indian Civil Service) के साथ अपनी भूमिका में अपने पिता को विकास परियोजनाओं पर काम करते हुए देखने के बाद, उनकी वास्तुकला स्कूल में दाखिला लेने की कोशिश की.
यास्मिन लारी ने गरीबो के उत्थान के लिए किये कामों से कई विश्व स्तर के पुरस्कार प्राप्त किये है.